रायपुर. केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने तीनों नए कृषि कानून को वापस लेने का बड़ा फैसला शुक्रवार को लिया है. गुरु नानक जयंती के अवसर राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की ऐलान किया. पीएम के इस ऐलान के बाद देशभर से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. छत्तीसगढ़ में भी केन्द्र सरकार के इस फैसले को लेकर राजनेताओं की प्रतिक्रियाएं आई हैं. कोई फेसले को बीजेपी का मस्ट स्ट्रोक तो कई अभिमान की हार बता रहा है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले को लेकर एक ट्वीट किया है. सीएम बघेल ने ट्वीट में लिखा, ‘गांधीवादी आंदोलन ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई है. केंद्र सरकार को तीन काले कानूनों को वापस लेने पर बाध्य करने के लिए देश के किसानों को बधाई. यह किसानों की ही नहीं, अन्याय के खिलाफ लोकतंत्र की जीत है.'
किसानों को अपमानित करने में कोई कमी नहीं की
सीएम बघेल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मीडिया से चर्चा में कहा कि काला कानून वापस लेना किसानों की जीत है. अभिमानी की हार है. किसानों को अपमानित करने में कोई कमी नहीं की गई. किसानों को आतंकवादी, आंदोलन जीवी, ठलवा क्या क्या नहीं कहा गया. हम कहते हैं जब रावण का घमंड नहीं टीका तो मोदी जी का घमंड क्या चीज है.
(TNS)