अम्बरीश कुमार राय,
दुर्ग.5/12/19 - दुर्ग जिले में बढ़ रहे अपराधों पर नियंत्रण करने में दुर्ग पुलिस लाचार और बेबस नजर आ रही है। सर्दी का मौसम आते ही जिले मे चोर गिरोह सक्रिय हो चुके हैं। जो रात के वक्त राहगीरों को निशाना बना रहे हैं। वहीं आधी रात चोरी की वारदातों की संख्या बढ़ी है। बुजुर्ग महिला से चैन स्नैचिंग की घटना के आरोपी को पुलिस अब तक गिरफ्तार नही कर पाई है। वहीं सुने मकानों की चोरी के मामले थानों में दर्ज हो रहे है ।
वीआईपी सुरक्षा के कारण बल की कमी झेल रही है पुलिस
दुर्ग जिले के 15 थानों और चार चौकियों में चोरी, लूट, ठगी, और नकबजनी के मामले सामने आ रहे हैं। इन मामलों की बढ़ती संख्या पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल उठा रहे हैं । जिले की पुलिस के लिए वीआईपी सुरक्षा के साथ साथ आम जनता की सुरक्षा भी जरूरी है। वीआईपी सुरक्षा के कारण बल की कमी झेल रहे , पुलिस के लिए चोर सिरदर्द बन रहे हैं। मौसम बदलने के साथ ठंड में चोर गिरोह सक्रिय हो गए हैं। जो चोरी, लूट, नकबजनी, ठगी के मामलो को अंजाम दे रहे हैं। सरकार के क्राइम ब्रांच भंग करने के निर्देश के बाद सायबर सेल और सीसीटीवी फुटेज में भी पुलिस को सफलता नही मिल पा रही है। लोगों को डॉयल 112 में भी कोई सुविधा नही मिल पा रही हैं।
दुर्ग एसएसपी अजय यादव दुर्ग आते ही पुलिस के सभी राजपत्रित अधिकारियों को रात्रि गस्त बढाने के निर्देश दिए थे। लेकिन जिले के एएसपी सिटी रोहित झा चोर गिरोह के रिकॉर्ड तैयार करने की बात कर रहे हैं।