भिलाई, 29 सितंबर 2019 , भिलाई के ख़ुर्शीपार क्षेत्र में हर साल बड़े ही हर्षोल्लास से दुर्गा पूजा और दशहरे का आयोजन होता है लेकिन इस बार खुर्सीपार के अंडा चौक में होने वाले दशहरे को लेकर कांग्रेस के महापौर और विधायक देवेंद्र यादव और पूर्व मंत्री प्रकाश पांडे के पुत्र व यंगिस्तान के संयोजक मनीष पांडे के बीच विवाद शुरू हो गया है। एसडीएम ने लगभग 10 वर्षों से आयोजन करने वाली समिति को दिए गए अनुमति को निरस्त करके विधायक देवेंद्र यादव की दशहरा उत्सव समिति को अनुमति दे दी है। जिसके विरोध में पूर्व की आयोजन समिति का नेतृत्व करते हुए पूर्व मंत्री प्रेमप्रकास पांडेय के पुत्र और यंगिस्तान के संयोजक मनीष पांडेय ने विधायक देवेंद्र यादव पर भिलाई में धार्मिक सौहार्द्र को बिगाड़ने वाला अहंकारी बता दिया है.
यह मामला तब सामने आया जब इस साल दशहरा उत्सव की अनुमति लेने एसडीएम और बीएसपी प्रबंधन को आवेदन दिया गया। लेकिन आयोजन की अनुमति देने के बाद भी बीएसपी प्रबंधन और एसडीएम दुर्ग ने अनुमति को निरस्त कर दिया जिसके बाद से आयोजन समिति और महापौर देवेंद्र यादव के बीच विवाद शुरू हो गया।
अब दशहरा पूजन समिति के सदस्यों ने पत्रकार वार्ता के माध्यम से महापौर देवेंद्र यादव पर भिलाई में धार्मिक आयोजनों में सौहार्द्र को बिगाड़ने की मंशा से प्रशासनिक दबाव बनाकर आवेदन को निरस्त करने का आरोप लगाया है। वहीं उन्होंने कहा कि यह सिर्फ भिलाई ही नही बल्कि प्रदेश भर में इस तरह के धार्मिक आयोजनों को हाईजैक करने का काम कर रहे है। जहाँ राहुल गांधी मन्दिर मन्दिर घूम रहे है वहीं यहाँ के विधायक सामुदायिक भवन में कार्यालय बनाकर और दशहरा के आयोजन में बाधा बन रहे हैं।इस मामले को लेकर आयोजन समिति ने मुख्यमंत्री मुख्य सचिव और गृह मंत्री से भी इससे अनुमति दिलाने की मांग की है, साथ ही उन्होंने आयोजन को लेकर महापौर देवेंद्र यादव के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका भी दायर करने की बात कही।
वही महापौर देवेंद्र यादव की एमआईसी सदस्य और पार्षद लक्ष्मी राजू ने श्री रामजन्मोत्सव समिति के आरोपों का खंडन करते हुए राम जन्म उत्सव समिति और युवा विंग के अध्यक्ष मनीष पांडेय का यह आरोप पूरी तरह गलत है। हम तो मां दुर्गा की पुजा करना चाहते है। लेकिन पिता पुत्र के दिमाक में सत्ता का नशा अभी भी चढ़ा हुआ है जो भिलाई में राजनीतिक रोटी सेंकने आपसी द्वेष फैला रहे है, और भाजपा भी इनका समर्थन कर रही है।