• Home
  • |
  • Videos
  • |
  • About Us
  • |
  • Contact Us
  • |
  • Login

लाखों खर्च के बाद भी नहीं संवर पाया जयंती उधान

भिलाईनगर- भिलाई टाउनशिप में बनाए गए मैत्रीगार्डन के तर्ज पर निगम क्षेत्र में बनाया गया जयंती उधान अब उचित देखरेख के आभाव में अब  धिरे-धिरे विरान होने लगा है। यह स्थान अब समय के साथ-साथ असामाजिक तत्वों का अड्डा बनते जा रहा है। इस उधान को देखरेख के लिए लाखों रुपए ठेके में निविदा निकालकर दिया जा रहा है। उसके बाद भी इस उधान की उचित देखभाल नहीं हो पा रही हैं और जहा तक देखा जाए तो बीएसपी के उद्यान बहुत हे सवार के रखे गये है. निगम के हर चेत्र में पौधे लगाने तथा उद्यानों की देखरेख के लिए एनवायरनमेंट एस्पेर्ट को जिम्मेदारी दी जाती है के सब पौधे सुरक्षित रहे पर अब भी लोगो को आकर्षित कर सके एसा निगम के उद्यानों में कोई पौधे नही बाकि है क्योंकि उनकी देख भाल नही हो पा रही है.

निगम के उद्यानों मेसे एक बैकुंठ धाम में करीब 80 लाख रूपए लगाकर जयंती उद्यान बनाया गया था. इस उद्यान के निर्माण के बाद यह कहा जा रहा था की भिलाई के मैत्री गार्डन के तर्ज यह उद्यान में फाउंटेन, बुजुर्ग लोगो के लिए पाथवे, बच्चो के लिए झूले और कमल के फूलो के लिए एक सरोवर बनाया गया था झा उसे भव्य बनाने के लिए शिव जी की प्रतिमा स्थापित की जो लोगो को अपनी ओर आकर्षित करता है और इसकी इस्थापना पूर्व राजस्व एवं शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय के हाथो की गयी थी जिस दौरान उन्होंने कहा था की उद्यन बना लेना कोई बड़ी बात नही, पर उस उद्यान को फूल पौधो से हर भरा रखना तथा उसे व्यवस्थित रखना बड़ी बात है. प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने यह आशा भी जताई के इस उद्यान को नगर निगम आने वाले समय में सुरक्षित रखेगा पर अभी तक बैकुंठ धाम के जयंती उद्यान  में कोई सुधर नही आया है, हर महीने उद्यान की देखरेख के लिए निगम में विधिवत रूप से टेंडर निकला जाता है जिससे पेड़ पौधों में पानी देने का कार्य  होता  है लेकिन अभी भी उद्यान की हालत सुधर नही पाई है. जयंती उद्यान को उजड़ता देख बच्चे यहा खेलने नही आते जिससे यह धीरे-धीरे एक आवारागर्दी का अड्डा बन गया है, नशाखोरी और एनी अनेतिक कृत्य यहा शुरू होने लगे है . इस उद्यान को सुधरने के लिए ठेका तो लिया गया है लेकिन अभी तक उद्यान में कोई सुधर नही दिखा है.

STORY:

Reader's Review

Pls Add Data.


Leave a Review