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दुर्ग के पाटन क्षेत्र में किसानों को खेती की लागत में कमी लाने और आय दुगुनी करने के उद्देश्य से किसानों की ट्रेनिंग पाहंदा कृषि विज्ञान केंद्र में दी जा रही है, साथ ही कृषि बीज और कृषि उपकरणों की भी जानकारी दी जा रही है

पीए. ओझा,

दुर्ग(पाटन).25/11/19- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र पाटन में किसानों को अब फसल कटाई के बाद पैरा जलाने से रोकने और उसका उपयोग पशु के चारे के रूप में किए जाने के लिए बैलर मशीन के माध्यम से पैरा इकठ्ठा कर गौठान केंद्रों तक पहुंचाने और कृषि मंडियों में बिक्री करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।  किसानों को इससे आय प्राप्त करने इसका उपयोग बताया जा रहा है। अधिकतर किसान फसल की कटाई के बाद पैरा को आग लगा देते हैं जिससे पर्यावरण प्रदूषण का खतरा बना रहता है। दुर्ग जिला कलेक्टर अंकित आनंद ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर फसल कटाई के बाद पैरावट को नहीं जलाया जाना है। जिसके तहत बैलर मशीन के द्वारा किसानों को ट्रेनिंग देकर इसके उपयोग बताए जा रहे हैं। बैलिंग पैरे को कॉम्पैक्ट रूप में बदल देता है। इससे पैरे का रखरखाव और ट्रांसपोर्ट सहज हो जाता है। गौठान के लिए पैरा पहुंचाना इससे काफी आसान हो जाता है। कॉम्पैक्ट होने की वजह से रखरखाव भी आसान हो रहा है। इससे पैरे का न्यूट्रीशियन बना रहा रहता है। पाटन ब्लॉक के अन्य गांवों में जहां मॉडल गौठान है। इसे वहां भी इस कार्य के लिए ले जाया जाएगा। 


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